बेस्ट टैक्स सेविंग स्कीम कैसे चुने. कंपेयर बेस्ट टैक्स एवं इन्वेस्टमेंट स्कीम्स.Best Tax Saving Schemes .
जब भी हम इन्वेस्टमेंट के बारे में सोचते हैं, तो हमें इससे जुड़ी रिस्क और इस से मिलने वाली रिटर्न तथा साथ ही टैक्स सेविंग के बारे में विचार करते हैं|
इसमें हमें मैक्सिमम टैक्स सेविंग, मिनिमम रिस्क, लो कॉस्ट इन्वेस्टमेंट और अच्छे रिटर्न यह सभी बातें होना आवश्यक है |
बेस्ट टैक्स सेविंग स्कीम्स में :
इंश्योरेंस,
पीपीएफ,
ईएलएसएस,
बैंक एफडी,
हेल्थ इंश्योरेंस,
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम,
नेशनल पेंशन स्कीम आदि शामिल किए जा सकते हैं|
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Best Tax Saving Schemes
जब भी हमें टैक्स सेविंग के लिए निवेश की आवश्यकता होती है तो हमारे पास कई तरह के विकल्प उपलब्ध होते हैं, इन उपलब्ध विकल्पों में हम अपने आवश्यकतानुसार सही निवेश विकल्प का चुनाव करते हैं |
विकल्पों के चुनाव करते समय कई फेक्टर हमें ध्यान में रखने रहते हैं,
इन फैक्टर्स में सबसे पहले रिस्क जोकि उस इन्वेस्टमेंट में हो सकती है,
दूसरा इन्वेस्टमेंट से मिलने वाला रिटर्न तथा तीसरा अधिक से अधिक टैक्स सेविंग.
टैक्स सेविंग के लिए इनकम टैक्स की सेक्शन 80c के तहत टैक्स में छूट के प्रावधान है|
ज्यादातर इन्वेस्टमेंट स्कीम्स इसी सेक्शन के अंतर्गत छूट प्रदान करती हैं तथा इस सेक्शन में इन्वेस्टमेंट की कुल अधिकतम राशि डेढ़ लाख रुपए है
जैसे आप बैंक एफडी, इंश्योरेंस, ईएलएसएस, या पीपीएफ सभी में मिलाकर डेढ़ लाख रुपए तक का इन्वेस्टमेंट टैक्स बचाने के लिए कर सकते हैं
उपरोक्त फैक्टर्स के अनुसार हम अपने इन्वेस्टमेंट स्कीम्स को नीचे दी गई कैटेगरी में बांट सकते हैं तथा उनमें से बेस्ट टैक्स सेविंग स्कीम अपने लिए चुन सकते हैं:
- लाइफ इंश्योरेंस
- हेल्थ इंश्योरेंस
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड
- नेशनल पेंशन स्कीम
- सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
- ईएलएसएस
- बैंक एफडी
लाइफ इंश्योरेंस :
वैसे तो लाइफ इंश्योरेंस टैक्स सेविंग का शुद्ध रूप नहीं है परंतु इसके फायदों को देखते हुए यह है अपनी सूची में नंबर एक पे बना हुआ है.
लाइफ इंश्योरेंस में जो भी इन्वेस्टमेंट हम करते हैं वह इनकम टैक्स के सेक्शन 80c के अंतर्गत ₹150000 तक टैक्स फ्री है |
इसके साथ लाइफ इंश्योरेंस में हमें किसी अनहोनी के समय इंश्योरेंस कवर भी मिलता है|
इतना ही नहीं जब हमें लाइफ इंश्योरेंस की मैच्योरिटी का पैसा मिलता है वह भी Sec 10 10 D के अंतर्गत टैक्स फ्री है|
लाइफ इंश्योरेंस की यूनिट लिंक्ड पॉलिसीज में भी ₹150000 तक के प्रीमियम पर टैक्स की छूट मिलती है|
तथा अन्युटी प्लांस में एक तिहाई मैच्योरिटी अमाउंट भी टैक्स फ्री है, हालांकि दो तिहाई एन यू टी पर टैक्स देना होता है |
इस स्कीम कई प्लान हमारे लिए मार्केट उपलब्ध है जैसे:
- टर्म प्लान.
- एंडोमेंट प्लान.
- यूनिट लिंक( यूलिप) प्लान.
- मनी बैक प्लान आदि
हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम:
वैसे तो हेल्थ इंश्योरेंस हमें कोई रिटर्न नहीं देता, परंतु टैक्स सेविंग के हिसाब से हम इसे अपने लिस्ट में जगह दे रहे हैं, क्योंकि यह हमारे हेल्प पर होने वाले भविष्य के खर्चों को पूरा करता है|
साथ ही साथ इसमें हमें 80d अंतर्गत ₹ 15000 तक टैक्स में छूट भी प्रदान करता है. सीनियर सिटीजन के लिए यह राशि ₹20000 है|
यदि कोई अपने लिए व अपने बुजुर्ग माता-पिता के लिए हेल्थ कवर लेता है तो कुल टैक्स सेविंग की राशि ₹35000 होगी|
हालांकि आपके नियोक्ता द्वारा खर्च की गई हेल्थ इंश्योरेंस पर राशि 80d के अंतर्गत नहीं आएगी|
ELSS- इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम :
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम खासतौर पर टैक्स सेविंग व अधिक रिटर्न के लिए बनाई गई स्कीम है,
इस स्कीम में टैक्स सेविंग के साथ साथ मार्केट लिंक होने से अधिक रिटर्न का फायदा भी ले सकते हैं|
परंतु इसमें रिटर्न के साथ-साथ रिस्क की भी अधिकता है क्योंकि यह market से जुड़ा प्लान है.
यह हमारे लिस्ट में सबसे ज्यादा पॉपुलर प्लान है इसके निम्न दो कारण है
- इस तरह के दो ही टैक्स सेविंग प्लान है जो मार्केट से लिंक है पहला ई एल एस एस और दूसरा यूलिप इंश्योरेंस पॉलिसी (ULIP).
- ELSS में लॉक इन पीरियड 3 साल का है जो कि ज्यादातर स्कीम में 5 साल है
इसमें आप एकमुश्त राशि निवेश करने के बजाय मंथली एसआईपी में इन्वेस्ट कर सकते हैं, इसमें रिटर्न अन्य स्कीम्स के बजाय अधिक रहता है
नेशनल पेंशन स्कीम
नेशनल पेंशन स्कीम उन कुछ स्कीम्स में से एक है जो आपको इनकम टैक्स की इन्वेस्टमेंट सीमा डेढ़ लाख रुपए से अधिक तक इन्वेस्ट एवं टैक्स बचाने में सहायता करता है|
इस स्कीम में आप ₹50000 तक अपनी टैक्स सीमा से अधिक इन्वेस्ट व टैक्स बचा सकते हैं|
इसमें नियोक्ता आपके ग्रॉस सैलेरी के 10 परसेंट तक कंट्रीब्यूटर कर सकता है|
इस स्कीम में आप अपना जमा पैसा 60 साल की उम्र के बाद में निकाल सकते हैं,
जिसमें 40% आप एकमुश्त ले सकते हैं तथा बची राशि अन्युती में कन्वर्ट करके पेंशन के रूप में ले सकते हैं|
पब्लिक प्रोविडेंट फंड टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट
पब्लिक प्रोविडेंट फंड टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट, केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई लंबी अवधि की टैक्स सेविंग स्कीम्स में से एक है|
इसमें इनकम टैक्स की धारा 80c के अंतर्गत ₹100000 तक टैक्स की छूट का प्रावधान है साथ ही साथ इसमें मिलने वाली मेच्योरिटी राशि भी टैक्स फ्री है|
इसके साथ ही इसमें लगभग 7-8% तक का रिटर्न भारत सरकार द्वारा गारंटीड दिया जाता है. इस तरह यह स्कीम सालों से लोगों की एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट एवं टैक्स सेविंग की बनी हुई है|
इसका सबसे बड़ा नुकसान एक ही है कि इसकी मैच्योरिटी 15 साल बाद है तथा कम अवधि की इन्वेस्टमेंट उद्देश्य के हिसाब से सही नहीं है |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट भी पीपीएफ की सारी खूबियां रखता है जोकि रिस्क फ्री रिटर्न के साथ-साथ 80c के अंतर्गत टैक्स की छूट प्रदान करता है|
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
इस स्कीम की अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें-Senior Citizen Saving Scheme (SCSS)-वरिष्ट नागरिक बचत योजना
इसके साथ ही अन्य योजनाओं में बैंक एफडी भी शामिल है जो कि कम से कम 5 साल की अवधि के लिए की जाती है यह अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक टैक्स बचत के उद्देश्य से की जा सकती है|
उपरोक्त बताए गई बेस्ट टैक्स सेविंग स्कीम्स के अलावा भी अन्य विकल्प हमारे पास उपलब्ध है जैसे:
राजीव गांधी इक्विटी सेविंग स्कीम
वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आदि
इन्वेस्टमेंट के अलावा टैक्स सेविंग में लोन भी शामिल है जिसमें हाउसिंग लोन महत्वपूर्ण स्थान रखता है|
इनकम टैक्स की धारा 18E के अंतर्गत हाउसिंग लोन के इंटरेस्ट पर व इसके मूल धन पर टैक्स छूट का प्रावधान है|
इनकम टैक्स में Home Loan छूट के प्रावधान:
होम लोन पर इनकम टैक्स के 3 सेक्शन के तहत छूट लें सकतें हैं-
होम लोन के दो पार्ट होतें हैं पहल principal व दूसरा interest.
principal amount में इनकम टेक्स की सेक्शन 80 c के तहत 2.50 लाख तक टेक्स लाभ ले सकता है.
इंटरेस्ट पेमेंट का लाभ सेक्शन 24 (b) के तहत 1.5 लाख तक ले सकता है
Deduction | Section | Maximum Deduction | Conditions |
Principal | 80c | Rs.1.5 lakh | प्रोपर्टी को खरीदने के 5 साल तक नहीं बेचना है. |
Interest | 24b | Rs.2 lakh | लोन घर बनाने के लिए लिया गया हो व 5 साल के अन्दर बना लिया गया हो. |
Interest | 80e | Rs.50,000 | लोन 35 लाख से अधिक नहीं होना चाहिए व प्रोप्रेर्टी की वैल्यू 75 लाख से कम होनी चाहिए. |
Stamp duty | 80c | Rs.1.5 lakh | ये स्टाम्प ड्यूटी के खर्चे वाले साल में लाभ ले सकते हैं. |
निष्कर्ष:
हमने ऊपर टैक्स सेविंग से संबंधित बेहतरीन प्लांट्स देखे हैं तथा साथ ही साथ उनसे मिलने वाले अन्य फायदे जैसे रिटर्न्स या इंश्योरेंस के बारे में चर्चा की हैं|
कोई भी व्यक्ति इन बेस्ट टैक्स सेविंग स्कीम्स में से कोई एक प्लान या सब मिला के डेढ़ लाख रुपए तक इन्वेस्टमेंट करके टैक्स सेविंग कर सकता है|
आप अपनी सुविधा अनुसार उपरोक्त बताई गई स्कीम्स में से कोई भी स्कीम चुन सकते हैं
Sir women keep liyekitni church h